असदुद्दीन ओवैसी बोले, 'नौजवानों मस्जिदों को आबाद रखो, कहीं ऐसा न हो कि मस्जिदें...'

Asaduddin Owaisi Statement: राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह की तैयारियों और सुनहरी मस्जिद को लेकर जारी विवाद के बीच ऑल इंडिया मजलिस इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि जहां हमने 500 साल तक सजदा किया, आज वह जगह हमारे पास नहीं है. आप देख ही रहे हैं कि वहां अब क्या हो रहा है. सोमवार (1 जनवरी) को एक सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, "ये ताकतें आपके दिल से एकजुटता खत्म करना चाहती हैं. सालों की मेहनत के बाद आज हम एक मुकाम पर पहुंचे हैं. इसलिए अपनी ताकत को बरकरार रखो." 'मस्जिदें न छिन जाएं'इस दौरान उन्होंने वहां मौजूद लोगों से मस्जिदों को आबाद करने (नमाज पढ़ने) की अपील की. ओवैसी ने कहा, "नौजवानों अपनी मिल्ली हमियत (समुदाय की चिंता) और ताकत को बरकरार रखे और मस्जिदों को आबाद रखो. कहीं ऐसा ना हो कि हमारी मस्जिदें हमसे छीन ली जाएं." 'एकजुटता ताकत है'उन्होंने लोगों से एकजुट रहने की अपील करते हुए कहा कि मुझे उम्मीद है कि आज का नौजवान सोचेगा कि उसे किस तरह खुद को, अपने परिवार को और अपने मोहल्ले को बचाना है. एकजुटता एक ताकत है. इसलिए एकजुट रहें. #BREAKING | AIMIM प्रमुख ओवैसी का भड़काऊ बयान- 'ऐसा न हो हमारी मस्जिदें छीन ली जाए'@Sheerin_sherry | https://t.co/p8nVQWYM7F#AIMIM #AsaduddinOwaisi #Breaking pic.twitter.com/rSvhXXFPkW — ABP News (@ABPNews) January 1, 2024 सुनहरी मस्जिद को हटाने पर दी थी प्रतिक्रियाइससे पहले नई दिल्ली नगर पालिका परिषद (NDMC) के सुनहरी मस्जिद को हटाने के प्रस्ताव पर लोगों की राय मांगने पर ओवैसी ने कहा था कि यह नोटिफिकेशन आर्टिकल 25 का उल्लंघन करता है, जो हमारे भारत के संविधान का फ्रीडम और रिलीजन, फंडामेंटल राइट है, वो एक हेरिटेज की जगह भी है और एक पूजा स्थल भी है.'' उन्होंने कहा कि यह आर्टिकल 29 का वॉयलेशन करता है, क्योंकि यह आर्टिकल कहता है कि कल्चर की प्रोटेक्शन हो, यह कल्चर का हिस्सा रहा है. ओवैसी ने पूछा कि बीजेपी और नरेंद्र मोदी की सरकार को आखिर मुसलमानों से इतनी नफरत क्यों है? उन्हें मस्जिदों से नफरत क्यों है? क्यों मस्जिदों से आने वाली आवाज से नफरत है? यह भी पढ़े- अब स्कर्ट-स्लीवलेस-टॉर्न जींस पहनकर नहीं कर सकेंगे जगन्नाथ मंदिर में एंट्री, ड्रेस कोड लागू, पहननी पड़ेगी धोती

असदुद्दीन ओवैसी बोले, 'नौजवानों मस्जिदों को आबाद रखो, कहीं ऐसा न हो कि मस्जिदें...'

Asaduddin Owaisi Statement: राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह की तैयारियों और सुनहरी मस्जिद को लेकर जारी विवाद के बीच ऑल इंडिया मजलिस इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि जहां हमने 500 साल तक सजदा किया, आज वह जगह हमारे पास नहीं है. आप देख ही रहे हैं कि वहां अब क्या हो रहा है.

सोमवार (1 जनवरी) को एक सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, "ये ताकतें आपके दिल से एकजुटता खत्म करना चाहती हैं. सालों की मेहनत के बाद आज हम एक मुकाम पर पहुंचे हैं. इसलिए अपनी ताकत को बरकरार रखो."

'मस्जिदें न छिन जाएं'
इस दौरान उन्होंने वहां मौजूद लोगों से मस्जिदों को आबाद करने (नमाज पढ़ने) की अपील की. ओवैसी ने कहा, "नौजवानों अपनी मिल्ली हमियत (समुदाय की चिंता) और ताकत को बरकरार रखे और मस्जिदों को आबाद रखो. कहीं ऐसा ना हो कि हमारी मस्जिदें हमसे छीन ली जाएं."

'एकजुटता ताकत है'
उन्होंने लोगों से एकजुट रहने की अपील करते हुए कहा कि मुझे उम्मीद है कि आज का नौजवान सोचेगा कि उसे किस तरह खुद को, अपने परिवार को और अपने मोहल्ले को बचाना है. एकजुटता एक ताकत है. इसलिए एकजुट रहें.

सुनहरी मस्जिद को हटाने पर दी थी प्रतिक्रिया
इससे पहले नई दिल्ली नगर पालिका परिषद (NDMC) के सुनहरी मस्जिद को हटाने के प्रस्ताव पर लोगों की राय मांगने पर ओवैसी ने कहा था कि यह नोटिफिकेशन आर्टिकल 25 का उल्लंघन करता है, जो हमारे भारत के संविधान का फ्रीडम और रिलीजन, फंडामेंटल राइट है, वो एक हेरिटेज की जगह भी है और एक पूजा स्थल भी है.''

उन्होंने कहा कि यह आर्टिकल 29 का वॉयलेशन करता है, क्योंकि यह आर्टिकल कहता है कि कल्चर की प्रोटेक्शन हो, यह कल्चर का हिस्सा रहा है. ओवैसी ने पूछा कि बीजेपी और नरेंद्र मोदी की सरकार को आखिर मुसलमानों से इतनी नफरत क्यों है? उन्हें मस्जिदों से नफरत क्यों है? क्यों मस्जिदों से आने वाली आवाज से नफरत है?

यह भी पढ़े- अब स्कर्ट-स्लीवलेस-टॉर्न जींस पहनकर नहीं कर सकेंगे जगन्नाथ मंदिर में एंट्री, ड्रेस कोड लागू, पहननी पड़ेगी धोती