'राहुल गांधी ने तेलंगाना में RSS एजेंट को दे दी मोहब्बत की दुकान की चाबी', कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद बोले अब्दुल्ला सोहेल

Telangana Election 2023: तेलंगाना विधानसभा चुनाव से पहले राज्य में कांग्रेस के अल्पसंख्यक विभाग के अध्यक्ष अब्दुल्ला सोहेल शेख ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया. वह पिछले 34 साल से कांग्रेस से जुड़े थे. पार्टी से अलग होने के बाद उन्होंने कहा कि वह 34 साल से कांग्रेस पार्टी में थे. बहुत दुख के साथ उन्होंने अपना इस्तीफा हाईकमान को भेजा है. न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए शेख ने कांग्रेस और राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि पार्टी में टिकटों का आवंटन किसी के भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के साथ संबंध होने या फिर किसी की संपत्ति के आधार पर दिया जा रहा है. मोहब्बत की दुकान की चाबी RSS की एजेंट के पासराहुल गांधी के नारे 'मोहब्बत की दुकान' पर कटाक्ष करते हुए शेख ने कहा कि वायनाड सांसद भारत में मोहब्बत की दुकान खोलना चाहते हैं, लेकिन उन्होंने तेलंगाना की 'मोहब्बत की दुकान' की चाबी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) एजेंट को दे दी है. 'बीजेपी से संबंधित लोगों का नहीं कर सकता प्रचार'उन्होंने कहा, "मेरे इस्तीफे का कारण यह था कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी (PCC) अध्यक्ष या तो उन लोगों को टिकट देते हैं, जिनका ताल्लुक या तो बीजेपी से हो और या फिर वह अमीर हों. पार्टी ने 100 में से 25 टिकट ऐसे ही उम्मीदवारों को दिए हैं." उन्होंने आगे कहा कि अल्पसंख्यक अध्यक्ष के रूप में मैं किसी ऐसे व्यक्ति के लिए प्रचार नहीं कर सकता, जिसका संबंध बीजेपी से है.  पार्टी के आलाकमान को भेजे 8 पेज के इस्तीफे में शेख ने पार्टी छोड़ने के फैसले को दर्दनाक अलविदा कहा. साथ उन्होंने इसके लिए टीपीसीसी प्रमुख ए रेवंत रेड्डी के नेतृत्व को जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने टीपीसीसी अध्यक्ष रेवंत रेड्डी ने पर निशाना साधते हुए कहा कि जून 2021 में टीपीसीसी अध्यक्ष बनने के बाद रेवंत रेड्डी ने सब कुछ  बदल दिया.  पार्टी को किराने की दुकान में किया तब्दीलउन्होंने कांग्रेस पार्टी को एक किराने की दुकान में तब्दील कर दिया, जहां कोई पैसे वाला शख्स जाकर कोई भी पोस्ट खरीद सकता है. आज जो लोग पार्टी में शीर्ष पदों पर हैं, उनमें से अधिकांश ने कभी जमीन पर काम नहीं किया. गौरतलब है कि राज्य में 30 नवंबर को मतदान होना है., जबकि वोटों की गिनती 3 दिसंबर को होगी. यह भी पढ़ें- मराठा आरक्षण के समर्थन में शिवसेना सांसद हेमंत पाटिल ने लोकसभा अध्यक्ष को भेजा इस्तीफा

'राहुल गांधी ने तेलंगाना में RSS एजेंट को दे दी मोहब्बत की दुकान की चाबी', कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद बोले अब्दुल्ला सोहेल

Telangana Election 2023: तेलंगाना विधानसभा चुनाव से पहले राज्य में कांग्रेस के अल्पसंख्यक विभाग के अध्यक्ष अब्दुल्ला सोहेल शेख ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया. वह पिछले 34 साल से कांग्रेस से जुड़े थे. पार्टी से अलग होने के बाद उन्होंने कहा कि वह 34 साल से कांग्रेस पार्टी में थे. बहुत दुख के साथ उन्होंने अपना इस्तीफा हाईकमान को भेजा है.

न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए शेख ने कांग्रेस और राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि पार्टी में टिकटों का आवंटन किसी के भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के साथ संबंध होने या फिर किसी की संपत्ति के आधार पर दिया जा रहा है.

मोहब्बत की दुकान की चाबी RSS की एजेंट के पास
राहुल गांधी के नारे 'मोहब्बत की दुकान' पर कटाक्ष करते हुए शेख ने कहा कि वायनाड सांसद भारत में मोहब्बत की दुकान खोलना चाहते हैं, लेकिन उन्होंने तेलंगाना की 'मोहब्बत की दुकान' की चाबी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) एजेंट को दे दी है.

'बीजेपी से संबंधित लोगों का नहीं कर सकता प्रचार'
उन्होंने कहा, "मेरे इस्तीफे का कारण यह था कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी (PCC) अध्यक्ष या तो उन लोगों को टिकट देते हैं, जिनका ताल्लुक या तो बीजेपी से हो और या फिर वह अमीर हों. पार्टी ने 100 में से 25 टिकट ऐसे ही उम्मीदवारों को दिए हैं." उन्होंने आगे कहा कि अल्पसंख्यक अध्यक्ष के रूप में मैं किसी ऐसे व्यक्ति के लिए प्रचार नहीं कर सकता, जिसका संबंध बीजेपी से है. 

पार्टी के आलाकमान को भेजे 8 पेज के इस्तीफे में शेख ने पार्टी छोड़ने के फैसले को दर्दनाक अलविदा कहा. साथ उन्होंने इसके लिए टीपीसीसी प्रमुख ए रेवंत रेड्डी के नेतृत्व को जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने टीपीसीसी अध्यक्ष रेवंत रेड्डी ने पर निशाना साधते हुए कहा कि जून 2021 में टीपीसीसी अध्यक्ष बनने के बाद रेवंत रेड्डी ने सब कुछ  बदल दिया. 

पार्टी को किराने की दुकान में किया तब्दील
उन्होंने कांग्रेस पार्टी को एक किराने की दुकान में तब्दील कर दिया, जहां कोई पैसे वाला शख्स जाकर कोई भी पोस्ट खरीद सकता है. आज जो लोग पार्टी में शीर्ष पदों पर हैं, उनमें से अधिकांश ने कभी जमीन पर काम नहीं किया. गौरतलब है कि राज्य में 30 नवंबर को मतदान होना है., जबकि वोटों की गिनती 3 दिसंबर को होगी.

यह भी पढ़ें- मराठा आरक्षण के समर्थन में शिवसेना सांसद हेमंत पाटिल ने लोकसभा अध्यक्ष को भेजा इस्तीफा